शनिवार, 17 सितंबर 2011

सच ही कहा था प्रभात झा ने


विनीत दुबे, सीहोर। करीब चार माह पहले जब पेट्रोलिय पदार्थों की कीमतों में बढ़ोत्तरी हुई थी तब भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री प्रभात जी झा ने राष्ट्रपति महामहिम श्रीमती प्रतिभा देवी पाटिल को इच्छा मृत्यू के लिए पत्र लिखा था। श्री झा के इस कदम को जहां मीडिया ने महज एक प्रचार स्टंट बताया था। दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी के लोगों ने भी श्री झा के इस पत्र को लेकर मुस्कान भर दिखाई थी। लेकिन श्री झा ने इच्छा मृत्यू के लिए पत्र लिखकर आम आदमी की दशा को उजागर किया था।
एक बार फिर केंद्र सरकार ने पेट्रोल की कीमतों में वृद्धि कर दी है। अब बारी बैंकों के कर्ज और रसोई गैस में बढ़ोत्तरी की है। हो सकता है कुछ दिन बाद डीजल व केरोसीन के दामों में वृद्धि हो जाए। लगातार बढ़ रही महंगाई से आम आदमी का जीना दूभर हो गया है। सब्जी से लेकर दूध और मकान से लेकर इलाज सभी महंगा हो रहा है। ऐसे में दिहाड़ी मजदूर और कम वेतन पर काम करने वालों के सामने और क्या चारा बच सकता है। यदि समय रहते महंगाई डायन को काबू में नहीं किया गया तो देश में हजारों लोग महामहिम राष्ट्रपति से अनुमति मांगे बगैर ही इच्छा मृत्यू को प्राप्त हो जाएंगे।

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